नई दिल्ली: टीम इंडिया से पिछले कई सालों से बिसरा दिए ऑलराउंडर इरफान पठान अब हाल ही में विदर्भ को रणजी के साथ-साथ ईरानी ट्रॉफी में चैंपियन बनाने वाले मुंबइया बल्लेबाज वसीम जाफर के पदचिह्नों पर चलेंगे. पठान के लिए पिछले कुछ साल बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले रहे. कभी चोट, तो कभी किसी और कारण उन्हें राज्य बड़ौदा टीम से भी बाहर रहना पड़ा.
अब यह तो आप जानते ही हैं कि दुर्भाग्यपूर्ण भारत के लिए कम क्रिकेट खेलने वाले वसीम जाफर ने विदर्भ का बेड़ा पार कराने के लिए अपने आप को बुरी तरह से झोंक दिया. वसीम जाफर के समर्पण का पता इसी से चलता है कि वह ईरानी ट्रॉफी में जड़े शतक के साथ ही चालीस साल से ज्यादा की उम्र में दोहरा शतक बनाने वाले एशिया के पहले बल्लेबाज बन गए. जाहिर इरफान पठान से कुछ ऐसा करने की उम्मीदें पालना तो बेमानी ही होगा, लेकिन पठान वसीम जाफर के पदचिह्नों पर चलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.