डोकलाम विवाद के समय राहुल गांधी गुपचुप तरीके से दो बार चीन के राजदूत से मिले। परंतु इस मिलाप को गुप्त रखा। उनकी इस बैठक में उन्होंने क्या चर्चा की यह भी न ही सरकार को बताया न ही मीडिया को और न ही जनता को।
यही नहीं यही हाल उनकी कथित धार्मिक मानसरोवर यात्रा थी । उस यात्रा के समय वे चीन के मंत्री से मुलाकात की। क्या चर्चा हुई यह पब्लिक डोमेन में अभी तक नहीं है।
अपनी इसी राजनीतिक कुटनीतिक जालसाजी को उन्होंने अब २० देशों के राजदूतों से मिलने पर दोहराया है।
राहुल गांधी पर जी ने लंच पर जी-20 के राजदूतों को क्या बताया? Ó: कांग्रेस के खिलाफ रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के हवाले से किया सवाल
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी से सवाल पूछा कि उन्होंने जी 20 शिखर सम्मेलन के राजदूतों के सामने क्या विचार रखे हैं?
यह आयोजन पहले 15 फरवरी के लिए तय किया गया था, लेकिन 14 फरवरी को जम्मू–कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के मद्देनजर रद्द कर दिया गया था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान मारे गए थे।
राहुल गांधी द्वारा जी 20 देशों के राजदूतों के साथ बैठक करने के एक दिन बाद, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सवाल किया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने हवाई हमले और राजदूतों को पुलवामा हमले के बारे में क्या बताया।
क्या उन्होंने उन्हें देश, सरकार या कांग्रेस के दृष्टिकोण से अवगत कराया?
उन्होंने कहा, ‘हर दिन वे हवाई हमलों पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें देश को समझाने की जरूरत है।Ó
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को जी 20 देशों के राजदूतों के लिए दोपहर के भोजन की मेजबानी की, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी भी उपस्थित थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आनंद शर्मा दोपहर के भोजन के लिए जी20 देशों के राजदूतों और प्रमुखों के साथ समन्वय कर रहे थे।
बुधवार को ट्विटर पर राहुल गांधी ने जी -20 देशों और पड़ोसी देशों के राजनयिकों के साथ अपनी बैठक साझा की।